पटना, 15 अगस्त 2025। आज 79वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। इस गौरवपूर्ण मौके पर उन्होंने समस्त बिहारवासियों को बधाई देते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया और देश की सुरक्षा में तैनात वीर जवानों को नमन किया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राज्य की प्रगति और भावी योजनाओं पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में उनकी सरकार बनने के बाद से कानून-व्यवस्था में सुधार उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। उन्होंने पुलिस बल की संख्या में हुई वृद्धि का जिक्र करते हुए बताया कि इसे 2 लाख 29 हजार तक बढ़ाने का लक्ष्य है और नियुक्तियां तेजी से जारी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 2005 की तुलना में अपराधों में उल्लेखनीय कमी आई है।
शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में बड़ी घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए बड़े बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि स्कूलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने हेतु कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने 2 लाख 58 हजार सरकारी शिक्षकों की बहाली की जानकारी दी और यह भी बताया कि नियोजित शिक्षकों को मामूली परीक्षा के बाद सरकारी शिक्षक बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में महीने में केवल 39 मरीज आते थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 11,600 हो गई है। उन्होंने नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण और पुराने मेडिकल कॉलेजों में बेड की संख्या बढ़ाने की योजनाओं की भी घोषणा की।
युवाओं के लिए सरकारी नौकरी और रोजगार को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार देना है। उन्होंने यह भी बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले 50 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार दे दिया जाएगा।
महिलाओं, गरीबों और नई योजनाओं पर फोकस
मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों को गिनाया, जिसमें पंचायती राज और सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण शामिल है।
उन्होंने जीविका दीदियों की बढ़ती संख्या का भी जिक्र किया। गरीब परिवारों के लिए उन्होंने जाति आधारित गणना के बाद चिह्नित 94 लाख गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
अन्य महत्वपूर्ण घोषणाओं में शामिल हैं:
* प्रत्येक पंचायत में विवाह भवन का निर्माण।
* गरीबों के लिए ‘दीदी की रसोई’ में खाने की कीमत 40 रुपये से घटाकर 20 रुपये करना।
* वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये करना।
* राज्य में नौकरी की प्रारंभिक परीक्षाओं का शुल्क घटाकर 100 रुपये करना।
* उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियां, जिसमें मुफ्त जमीन भी शामिल है।
* किशनगंज, कटिहार, रोहतास सहित 7 जिलों में नए मेडिकल कॉलेज खोलना।
* छठ और होली जैसे त्योहारों पर बाहर रहने वाले बिहारियों के लिए विशेष बसें चलाना।
मुख्यमंत्री ने बिहार के विकास में केंद्र सरकार के सहयोग की सराहना की और खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की मेजबानी बिहार को मिलने पर गर्व जताया।
समारोह के दौरान 13 विभागों की झांकियां भी निकाली गईं, जिसमें शिक्षा विभाग की बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। बिहार अग्निशमन सेवा को दूसरा और कृषि निदेशालय को तीसरा स्थान मिला।