कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र पटना द्वारा मंगलवार (22/10/2024) को कैमूर जिले के संयुक्त कृषि भवन में किसानों के लिए राष्ट्रीय नाशीजीव निगरानी प्रणाली, एनपीएसएस, एप के उपयोग के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
केंद्र के विवेक कांत गुप्ता, वनस्पति संरक्षण अधिकारी, की अध्यक्षता में प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनपीएसएस, एप के उपयोग एवं महत्व के विषय में, आईपीएम के महत्व एवं आईपीएम के सिद्धांत एवं उसके विभिन्न आयामों के बारे में, ट्राईकोडर्मा से बीज उपचार का प्रदर्शन, कीटनाशकों के सुरक्षित एवं संतुलित इस्तेमाल, मनुष्य पर होने वाले कीटनाशकों का दुष्प्रभाव, कीटनाशकों के लेवल एवं कलर कोड, यांत्रिक विधियों जैसे पेलो स्टिकी, ब्लू स्टीकी, फेरो मैन ट्रैप, फल मक्खी जाल, लाइट ट्रैप के उपयोग के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही जैविक विधि के इस्तेमाल, मित्र एवं शत्रु कीटों की पहचान, नीम आधारित एवं अन्य वानस्पतिक कीटनाशक के महत्व के बारे में तथा विभिन्न फसलों में लगने वाले कीट व्याधि की पहचान के बारे में विस्तार से बताया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में रेवती रमन, जिला कृषि पदाधिकारी, सुनील कुमार, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण, अभय कुमार गौरव, सहायक निदेशक उद्यान, अनिल कुमार सिंह, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, कैमूर, राहुल कुमार, पौधा संरक्षक निरीक्षक, कैमूर, कुलदीप कुमार, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी, रश्मि शंकर, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी, राजेश यादव, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी, विकास रजक, तकनीकी सहायक एवं प्रखंड तकनीकी प्रबंधक और सहायक तकनीकी प्रबंधक उपस्थित रहे।