कबीर सत्य और सदभाव के प्रेरक- श्रीचंद शर्मा, एमएलसी
मेरठः स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ में भाषा विभाग, कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय, सुभारती विश्वविद्यालय, संत कबीर अकादमी (संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश) के संयुक्त तत्त्वावधान में “रंग कबीर: संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक उत्सव” के दूसरे दिन कबीरदास के जीवन एवं विचारों को नृत्य-नाटिका एवं कथक के द्वारा प्रस्तुत किया गया। दूसरे दिन इस कार्यक्रम में विधान परिषद सदस्य श्रीचंद शर्मा मुख्य अतिथि रहे। इस दौरान संत कबीर अकादमी के निदेशक अतुल द्विवेदी, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के महानिदेशक मेज जन (डॉ) जी के थपलियाल, एसएम (सेनि) भी उपस्थित रहे।
महोत्सव के दूसरे दिन जहां नौटंकी प्रशिक्षण केंद्र कानपुर के प्रख्यात रंग कर्मी एवं निर्देशक सुरेश शर्मा की मंडली की नृत्य नाटिका संत कबीरः काशी से मगहर तक के माध्यम से कबीर के जीवन को दिखाया गया। वहीं सुप्रसिद्ध कथक कलाकार रंजना नैब ने अपने मनमोहक कथक नृत्य के माध्य से कबीर के विचारों को मंच पर जीवंत कर दिया।
मुख्य अतिथि श्रीचंद शर्मा, एमएलसी उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि कबीरदास जी सच्चे अर्थों में मानवीय मूल्यों जैसे की सत्य अहिंसा, एवं जनसेवा के प्रणेता संत थे। उन्होंने अपने दोहों के माध्यम से हमेशा लोगों को सदमार्ग पर चलना सिखाया। कबीरदास जी आज भी हमारे मध्य अपने दोहों एवं चौपाइयों के माध्यम से उपस्थित हैं। वहीं विश्वविद्यालय के महानिदेशक मेज जन (डॉ) जी के थपलियाल, एसएम (सेनि) ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि कबीरदास ने समाज के सभी वर्गों को राह दिखाया। उन्होंने अपनी वाणियों एवं दोहों में हमेशा प्रायोगिक तथ्यों की बात की। कबीरदास के दोहे इतने पासांगिक हैं कि आज सदियां बीतने के बाद भी वे हमारे लिए मार्गदर्शक बनी हुई हैं।
इससे पूर्व कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो (डॉ.) सुधीर त्यागी ने अपने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महान संत कबीरदास जी को और गहराई से जानने का मौका जितना इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान हम सभी को मिल रहा है वह हम सभी के लिए एक विशेष अवसर है। यह कार्यक्रम ना केवल हमें कबीर दास को जानने समझने का अवसर देगा वरन यह भी सिखाएगा कि कैसे हम कबीर दास जी को विभिन्न विधाओं के जरिए जनमानस तक पहुंचा सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में भाषा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर मंच कलाकार— मुन्नी, सोनी, प्रियंका, अरविंद, धर्मेंद्र, श्यामा, आजाद ने अपनी नृत्य नाटिका के माध्यम से कबीर दास की जीवनयात्रा काशी से मगहर तक को दिखाया। इस दौरान मुख्य अतिथि श्रीचंद शर्मा के द्वारा सभी को एनएसएस सेल की इकाई-1 व भाषा विभाग एवं पत्रकारिता व जनसंचार विभाग के द्वारा आयोजित स्वच्छता पखवाड़ा के तहत सामूहिक स्वच्छता शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम के अंत में अतिथि को विश्वविद्यालय के महानिदेशक, संत कबीर अकादमी के निदेशक एवं भाषा विभाग की अध्यक्षा व कार्यक्रम की संयोजिका के द्वारा स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान कला एवं सामजिक विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो (डॉ) सुधीर त्यागी, डॉ सीम बुशरा, डॉ जैसमीन आनंदाबाई, डॉ पिंटू मिश्रा, डॉ संदीप चौधरी, डॉ शशिराज तेवतिया, डॉ राजेश्वर पाल, डॉ रफत खान्नम, डॉ मनीषा लुथरा, डॉ स्वाति शर्मा, डॉ निशि राघव, डॉ प्रीति शर्मा, डॉ रनवीर, डॉ आशीष दीपांकर, डॉ ऋतेष चौधरी, डॉ संतोष के. गौतम, डॉ प्रीति सिंह, डॉ इंद्रनील बोस, डॉ मुकेश रुहेला, डॉ अमित पुनिया, तरुण जैन, सोनी चौहान, भावना जोशी, प्रज्ञा दीक्षित व श्रुति शर्मा, अभिजित शर्मा व विभिन्न संकायों के विभागाध्यक्ष व शिक्षक तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।