सारण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सीपीएस में वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान समारोह
छपरा 01 अक्टुबर 2024। अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर बालसा, पटना के निर्देशानुसार सारण जिला विधिक जागरुकता समिति सीपीएस कैंपस में लीगल अवेयरनेस प्रोग्राम ऑन द ओकेजन ऑफ सिनियर सिटिजन्स डे रिगार्डिंग राईट्स एण्ड बेनेफिट्स प्रोवाईडेड टू देम अंडर वेरियस स्किम्स विषय पर विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें डालसा सारण के मुख्य लैड्स पूर्णेन्दु रंजन ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि आज 1 अक्टूबर 2024 को दुनिया भर में 34वां अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन 21वीं सदी में वृद्धजनों की बढ़ती जनसंख्या के अवसरों और चुनौतियों का हल तलाश करना तथा सभी उम्र के लोगों के लिए समाज के विकास को बढ़ावा देने के लिए दुनिया और नीति निर्माताओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र एक वृद्ध व्यक्ति को 65 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति के रूप में परिभाषित करता है, जबकि भारत में, वृद्ध व्यक्ति या वरिष्ठ नागरिक 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति होते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर 1990 को 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया। पहला अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 1 अक्टूबर 1991 को मनाया गया था।
उन्होंने ने कहा कि 34वें अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का विषय – सम्मान के साथ वृद्ध होना: दुनिया भर में वृद्ध व्यक्तियों के लिए देखभाल और सहायता प्रणालियों को मजबूत करने का महत्व ” है । संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 2030 तक विश्व में वृद्धजनों की आबादी युवा आबादी से अधिक होने की उम्मीद है। इस साल का विषय इन जनसांख्यिकीय रुझानों पर प्रकाश डालता है और देखभाल कर्मियों की वैश्विक कमी को दूर करने के लिए जेरोन्टोलॉजी और जराचिकित्सा में प्रशिक्षण और शैक्षिक अवसरों का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर देता है।जेरोन्टोलॉजी उम्र बढ़ने और समाज पर उसके प्रभाव का अध्ययन है। जराचिकित्सा एक चिकित्सा विशेषज्ञता है जो वृद्ध व्यक्तियों की देखभाल और उपचार पर केंद्रित है।इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 20 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन विद्यालय के मंच पर संपन्न हुआ।
सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ. हरेंद्र सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए उन्हें पुष्पगुच्छ और माला भेंट कर सम्मानित किया। अपने संबोधन में, डॉ. हरेंद्र सिंह ने वरिष्ठ नागरिकों की सामाजिक भूमिका पर बल देते हुए कहा, “वरिष्ठ नागरिक हमारे समाज का वह स्तंभ हैं, जिनसे हमें जीवन के अनुभव और मूल्यों का ज्ञान मिलता है। उनका सम्मान और उनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।”
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रमुख श्री पूर्णेंदु रंजन ने मंच से अपने विचार रखते हुए वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और कानूनी अधिकारों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने ने बताया वरिष्ठ नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए सरकार द्वारा ट्रिब्यूनल बनाया गया है जहाँ उनके अधिकारों की रक्षा की जाती है, वृद्धजनों के लिए उन्हें मुफ्त में पैनल अधिवक्ता तक मुहैया कराया जाता है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने परिवार के बुजुर्गों का आदर करें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।कार्यक्रम में मुकेश श्रीवास्तव, पारा विधिक स्वयंसेवक भी गणमान्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों में बबन सिंह, सुरेश प्रसाद सिंह, राम अयोध्या सिंह, जितन जरिन मसीह, धर्मनाथ सिंह, आर. पी. सिंह, महाराज शुक्ला, सुरेश कुमार चौबे, राज नंदन सिंह, कृष्णा सिंह, राम वचन सिंह, बरिस्तास सिंह, महेश्वर सिंह, चंद्रकांत तिवारी, और राजेंद्र प्रसाद आदि प्रमुख थे।
कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. विकाश कुमार सिंह ने किया जबकि अध्यक्षता डॉ० हरेन्द्र सिंह ने की।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान और जागरूकता को बढ़ावा देना था, जिससे उनकी सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा की जा सके।