जुलाई में बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र बुलाई गई है। इसको लेकर राज्य की सरकार ने बिहार विधानसभा की कुल 23 समितियों का पुनर्गठन किया है। बिहार विधानसभा की पुनर्गठित समितियों में नियम, विशेषाधिकार एवं सामान्य प्रयोजन समिति का सभापति बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को बनाया गया है जबकि लोक लेखा समिति का सभापति राजद के भाई वीरेंद्र को बनाया गया है। इसके साथ ही प्राक्कलन समिति के सभापति पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति के सभापति जदयू के हरिनारायण सिंह, पुस्तकालय समिति के सभापति राजद के रामवृक्ष सदा, आवास समिति के सभापति जदयू के अशोक कुमार चौधरी, याचिका समिति के सभापति भाजपा के अशोक कुमार सिंह, प्रत्यायुक्त विधान समिति के सभापति कांग्रेस के अजीत शर्मा, राजकीय आश्वासन समिति के सभापति जदयू के दामोदर रावत को बनाया गया है।
इसके साथ ही प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति के सभापति जदयू के अमरेंद्र कुमार पांडेय, जिला परिषद एवं पंचायती राज समिति के सभापति जदयू के निरंजन कुमार मेहता, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण समिति के सभापति भाजपा के रामप्रीत पासवान, निवेदन समिति के सभापति भाजपा के अवधेश सिंह, महिला एवं बाल विकास समिति के सभापति भाजपा की गायत्री देवी, आचार समिति के सभापति भाजपा के रामनारायण मंडल को बनाया गया है।
गैर सरकारी विधेयक एवं संकल्प समिति के सभापति राजद के तेज प्रताप यादव, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदुषण नियंत्रण समिति के सभापति भाजपा के सुनील कुमार, आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति के सभापति राजद के मोहम्मद नेहालउद्दीन, अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सभापति कांग्रेस के शकील खान, कृषि उद्योग विकास समिति के सभापति सीपीआई के सूर्यकान्त पासवान, पर्यटन उद्योग संबंधी समिति के सभापति सीपीआई एमएल के सत्यदेव राम, शून्यकाल समिति के सभापति आजाद के भारत भूषण मंडल और बिहार विरासत विकास समिति के सभापति राजद के केदार नाथ सिंह को बनाया गया है।