ब्रिटिश साम्राज्य का सूरज कभी डूबे ना डूबे लेकिन वक्त जरुर बदलता है, कभी भारत पर 200 साल तानाशाही और अत्याचार का राज करने वाला ब्रिटेन आज उसी भारतीय मूल के सपूत को अपना सर्वश्रेष्ठ नेता बनाने जा रहा है। अक्टूबर 2022 से कंजरवेटिव पार्टी से जुड़े ऋषि सुनक भारतीय मूल के वह व्यक्ति हैं जो अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
बताते चलें कि पिछले दिनों लिज़ ट्रस ने बहुत ही कम वोटों के अंतराल से ऋषि सुनक से बढ़त बनाकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की शपथ ली थी लेकिन उनका कार्यकाल उनके विचारों की तरह मजबूत नहीं रह सका और महज चंद दिनों में ही ताश के पत्तों की तरह बिखर गया।
अब ऋषि सुनक को सीधी तरह चुनौती देने वाला कोई भी कंजरवेटिव पार्टी में आला दर्जे का नेता नहीं है जिससे उनका रास्ता प्रधानमंत्री पद के लिए बिल्कुल साफ है। हालांकि ऋषि सुनक की जवाबदेही उनके देश के प्रति ज्यादा है बनिस्वत किसी भी और देश से लेकिन उनका भारतीय मूल का होना भारतीयों के लिए एक गौरव की बात है। खासकर उस देश के प्रधानमंत्री के रूप में होना जिसने कभी भारत को सपेरों का और अनपढ़ों का देश कहा था आज भारत की बुलंदियों और ऊंचाइयों को सहर्ष स्वीकार करता है।