छपरा मे सुनवाई हेतु बनाई गई 21 बेंच और 1 सोनपुर में।
प्रातः 10:00 बजे से ही हजारों की संख्या में लाभ न्यायालय परिसर में उपस्थित थे
छपरा 9 सितम्बर 2023। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं बिहार राज्य सेवा प्राधिकार पटना के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार सारण छपरा द्वारा व्यवहार न्यायालय छपरा के प्रांगण मे राष्ट्रीय लोक अदालत लगाई गई । जिसका उद्घाटन अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश बिरेंद्र कुमार मिश्रा एवं सचिव सह एडीजे अतुल बीर सिंह, परिवार न्यायालय प्रधान न्यायाधीश अजय कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष सह जिला पदाधिकारी अमन समीर पुलिस, सदस्य सह अधीक्षक डॉ गौरव मंगला एवं विधि मंडल के महामंत्री अमरेन्द्र कुमार सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। मंच संचालन अधिवक्ता पूर्णेंद्रू रंजन ने किया। व्यवहार न्यायालय के सभी न्यायिक पदाधिकारी एवं व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी एवम अधिवक्ता मौजूद रहे ।
मामलों की सुनवाई हेतु कुल 22 बेंच बनाए गए थे। जिसमें एक सोनपुर व्यवहार न्यायालय में तथा 21 छपरा व्यवहार न्यायालय में बनाया गया था। सभी बेंचो पर न्यायिक पदाधिकारी एवं अधिवक्ता मौजूद थे । 10:00 बजे दिन से ही न्यायालय परिसर में हजारों की संख्या में लाभुक आए हुए थे जिन्होंने अपने मामलों का निष्पादन कराया। बेंच नंबर 1 पर अजय कुमार शर्मा प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय एवम अधिवक्ता नरेंद्र कुमार उपाध्याय, बेंच नंबर 2 ए डी जे 3 रघुवंश नारायण एवं अधिवक्ता पूर्णेंद्रू रंजन, बेंच नंबर 3 मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी सुनील कुमार त्रिपाठी एवम अधिवक्ता मुन्नी कुमारी, बेंच नं0 4 पर एसीजेएम 1 ब्रजेश कुमार अधिवक्ता डॉ0 अमित रंजन, बेंच सं0 5 पर एसीजेएम 6 एवं अधिवक्ता सुनीता कुमारी सहित 20 बेंच बनाया गया था। उपभोक्ता न्यायालय की ओर से सदस्य मनमोहन कुमार उपस्थित थे। विभिन्न बैंकों के कुल 19969 मामले आए जिनमें 964 मामले का निष्पादन किया गया।
उत्तर बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के 13302 मामले आए थे जिनमें 315 मामलों का समझौता किया गया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 313 मामले मे 238 बैंक ऑफ बड़ौदा के 32 ,बैंक ऑफ इंडिया के 41 यूको बैंक के 15 केनरा बैंक के 9 मामले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 110 ,पीएनबी के 77 इंडियन बैंक के 31 यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के 80 मामलो मे समझौता हुआ।बीएसएनएल के 252 मामले आए थे। जिसमें 43 मामलों का निष्पादन किया गया। न्यायालय से संबधित 8905 आए थे जिनमें 2651 मामलों का निष्पादन किया गया ।
मामलों के निष्पादन हो जाने से वर्षों से केस लड़ रहे पक्षकारों के चेहरे पर मुस्कान झलक रही थी।
by; Durgesh Bihari & Dr. Amit Ranjan