दुनिया भर में अपनी पेंटिंग के लिए मशहूर देश के मशहूर कलाकार 79 वर्षीय विवान सुंदरम का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को निधन हो गया। इप्टा राष्ट्रीय समिति कला जगत के मकबूल, संवेदनशील और सृजनशील शख्सियत विवान सुंदरम के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करती है और मर्माहत है।
इप्टा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रसन्ना, कार्यकारी अध्यक्ष राकेश और महासचिव तनवीर अख्तर ने शोक संदेश में कहा है कि सुंदरम के निधन से सम्पूर्ण कला जगत शोकाकुल है और यह एक अपूरणीय क्षति है। आप असाधारण प्रतिभा के सृजनशील व्यक्ति थें और पूरे समर्पण के साथ अपनी कल्पना को मूर्त रूप देते थें ।
विवान सुंदरम ‘सफदर हाशमी मेमोरियल ट्रस्ट’ के संस्थापक न्यासी थे। सुंदरम पिछले कुछ महीनों से बीमार थे। शिमला में कल्याण सुंदरम और इंदिरा शेरगिल के घर 1943 में उनका जन्म हुआ। कल्याण सुंदरम भारत के विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष थे और इंदिरा शेरगिल प्रसिद्ध भारतीय कलाकार अमृता इंदिरा शेरगिल की बहन हैं। दिल्ली में बसे इस कलाकार ने बड़ौदा की एमएस यूनिवर्सिटी और लंदन के ‘द स्लेड स्कूल ऑफ फाइन आर्ट’ से पेंटिंग की पढ़ाई की। सुंदरम की कई पेंटिंग को कोच्चि (2012), सिडनी (2008), सेविल (2006), ताइपे (2006), शारजाह (2005), शंघाई (2004), हवाना (1997), जोहान्सबर्ग (1997) और क्वांगजू (1997) में प्रदर्शित किया गया।
सुंदरम के परिवार में उनकी पत्नी गीता कपूर हैं, जो कला समीक्षक हैं और पुत्री अनुराधा कपूर नाट्य निर्देशक हैं।
इस शोक की घड़ी में पूरा IPTA परिवार अनुराधा कपूर, नवीना और अन्य परिवार एवं दोस्तों के साथ है।